अन्नपूर्णास्तोत्रम्

श्रीमत् शंकरचार्य विरचित अन्नपूर्णाष्षकम्
नित्यानंदकरी वराभयकरी सौंदर्यरत्नाकरी
निर्धूताखिल घोरपावनकरी प्रत्यक्षमाहेश्वरी
प्रालेयाचल वंशपावनकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलंबनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी

नानारत्न विचित्रभूषणकरी हेमांबराडंबरी
मुक्ताहारविलंबमानविलसद्वक्षोज कुंभांतरी
काश्मीरा गरुवासितारुचिकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलंबनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी

योगानंदकरी रिपुक्षयकरी धर्मैकनिष्टाकरी
चंद्रार्कानलभासमानलहरी त्रैलोक्य रक्षाकरी
सर्वैश्वर्यकरी तपःफलकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलंबनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी

कैलासाचलकंदरालयकरी गौरी उमाशंकरी
कौमारी निगमार्थ गोचरकरी ओं कार बीजाक्षरी
मोक्षद्वार कवाट पाटनकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलंबनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी

दृश्यादृश्यविभूतिवाहनकरी ब्रह्मांडभांडोदरी
लीलानाटकसूत्रखेलनकरी विज्ञान दीपांकुरी
श्रीविश्वेश मनः प्रसादनकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलंबनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी

आदिक्षांत समस्तवर्णनकरी शंभु प्रियाशांकरी
काश्मीरात्रिपुरेश्वरी त्रिनयनी विश्वेश्वरी शर्वरि
स्वर्गद्वार कवाट पाटनकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलंबनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी

उर्वीसर्वजनेश्वरी जयकरी माताकृ सागरी
नारी नील समानकुंतलधरी नित्यान्नदानेश्वरी
साक्षान्मोक्षकरी सदाशुभकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलंबनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी

देवी सर्वविचित्ररत्नरचिता दाक्षायिणी सुंदरी
वामास्वादुपयोधरा प्रियकरी सौभाग्यमाहेश्वरी
भक्ताभीष्टकरी सदाशुभकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलंबनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी

चंद्रार्कानल कोटि कोटि सदृशि चंद्रांशुबिंबाधरी
चंद्रार्काग्नि समानकुंडलधरी चंद्रार्कवर्णेश्वरी
मालपुस्तक पाशांकुशधरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलंबनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी

क्षत्रत्राणकरी महाभयकरी मातकृपासागरी
सर्वानंदकरी सदाशिवकरी विश्वेश्वरी श्रीधरी
दक्षाक्रंदकरी निरामतकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलंबनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी

अन्नपूर्णे सदापूर्णे शंकर प्राणवल्लभे
ज्ञान वैराग्यसिद्ध्यर्थं भिक्षां देहि च पार्वती
माताच पार्वती देहि पितादेवॊ महेश्वरः
बांधवाः शिवभकाश्चस्वदेशो भुवनत्रयं

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